दमोदर नद से अवैध बालू खनन जोरों पर, नदी का प्रवाह बदला, पर्यावरण संतुलन बिगड़ा
आसनसोल में जल संकट गहराने की आशंका है। विशेषज्ञों के मुताबिक, दमोदर नदी से अवैध बालू खनन के चलते नदी की गहराई कम हो रही है, जिससे नदी का प्रवाह बदल रहा है और जलस्तर गिरता जा रहा है। इससे नदी कटाव और भूस्खलन का खतरा बढ़ रहा है।

इस मुद्दे पर आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा,
🗣️ “आसनसोल के लोगों को सभी सुविधाएं मिली हुई हैं, लेकिन अप्रैल से सबसे बड़ी नागरिक समस्या पीने के पानी की कमी होगी।”
📌 ‘जल संकट प्राकृतिक नहीं, तृणमूल के संरक्षण में चल रहा अवैध बालू खनन’ – जितेंद्र तिवारी

🔥 भाजपा नेता तिवारी ने दावा किया, “यह जल संकट कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में कुछ असामाजिक तत्व दमोड़र नदी से अवैध रूप से बालू खनन कर रहे हैं।”
⚠️ मुख्य आरोप:

✔️ तृणमूल के संरक्षण में चल रहा अवैध बालू खनन
✔️ नदी का प्रवाह बदल रहा है, जिससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है
✔️ अवैध खनन के कारण जल संकट गहराता जा रहा है
✔️ सरकार की चुप्पी से नदी और पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर असर
📌 पर्यावरण पर असर

🌊 नदी का तल लगातार गहरा होता जा रहा है, जिससे जल प्रवाह बदल रहा है।
💧 जलस्तर गिरने से पीने के पानी की समस्या विकराल होती जा रही है।
🌱 नदी किनारे की उपजाऊ जमीन की उर्वरता कम हो रही है, किसान प्रभावित हो रहे हैं।
⚠️ नदी कटाव और भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ रही हैं।

📌 प्रशासन की भूमिका पर सवाल
⏳ प्रशासन इस अवैध गतिविधि को रोकने में नाकाम क्यों?
🔍 भाजपा नेता का आरोप – तृणमूल के संरक्षण में चल रहा है बालू माफियाओं का खेल।
⚖️ सरकार क्या जल्द कदम उठाएगी या स्थिति और भयावह होगी?