आसनसोल: इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल ने एक और महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य करते हुए महिला संध्या बाउरी को न्याय दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। पश्चिम बर्दवान जिले की निवासी संध्या बाउरी एक पुराने परिचित व्यक्ति की प्रताड़ना का शिकार हुई थीं, लेकिन संगठन की सक्रियता के चलते पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को सबक सिखाया।
🛑 कैसे मिला न्याय?

संध्या बाउरी ने संस्था के पश्चिम बंगाल टीम से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद टीम ने तुरंत सालानपुर के पहाड़गोड़ा पुलिस कैंप से संपर्क किया और तेजी से मामले की जांच शुरू कराई।
🔹 विमेंस विंग की जिला अध्यक्ष दीपांजना दे कुंडू के नेतृत्व में अभिषेक दास, अमजद अंसारी, प्रियव्रत सरकार, मोहम्मद समीर, गोपा दास आदि ने इस मामले को गंभीरता से उठाया और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराई।

👑 चेयरमैन संजय सिन्हा ने टीम को दी शाबाशी!
इंटरनेशनल बोर्ड के चेयरमैन संजय सिन्हा ने पश्चिम बंगाल टीम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा—
💬 “हमारी संस्था अब तक 1600 से अधिक मामलों में न्याय दिला चुकी है। हमारा लक्ष्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और समाज में न्याय सुनिश्चित करना है!”

🔥 मानवाधिकार संगठन का प्रभाव बढ़ा, पीड़ितों की उम्मीद बनी संस्था!
इस घटना के बाद से इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल को लेकर लोगों में विश्वास और बढ़ गया है। पीड़ितों को अब लगता है कि उनकी आवाज सुनी जाएगी और न्याय मिलेगा।
➡️ यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि अगर सही दिशा में प्रयास किए जाएं, तो पीड़ित को न्याय मिलने से कोई नहीं रोक सकता!










