आसनसोल: पश्चिम बर्दवान जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए मुख्य स्वास्थ्य कार्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पश्चिम बर्दवान के जिला शासक एस. पोन्ना बलम, जिला सभापति विश्वनाथ बावरी, आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी सहित कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
📌 स्कूली बच्चों को दी गई फाइलेरिया की पूरी जानकारी
इस कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को फाइलेरिया के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि यह रोग मच्छरों के कारण फैलता है और अगर समय रहते इसकी रोकथाम न की जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है।

इसके अलावा, बच्चों को फाइलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक दवाइयों की जानकारी दी गई और उन्हें सही डोज भी दिया गया। यह भी बताया गया कि इन दवाओं को कब और कैसे लेना चाहिए ताकि शरीर पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े।
⚠️ फाइलेरिया के लक्षण और इसके दुष्प्रभाव

विशेषज्ञों ने बताया कि फाइलेरिया शरीर में हाथ-पैर और अन्य अंगों में सूजन पैदा करता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी स्थायी विकलांगता का कारण बन सकती है।
💊 रोकथाम के लिए बड़े कदम!

स्वास्थ्य विभाग ने फाइलेरिया की दवा मुफ्त में वितरित की और बताया कि इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए समय-समय पर दवा लेना बेहद जरूरी है।
🔥 “फाइलेरिया मुक्त समाज की ओर बढ़ते कदम” – स्वास्थ्य विभाग

कार्यक्रम में सभी नागरिकों से अपील की गई कि वे अपने परिवार और समाज में इस बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाएं और सभी को दवा लेने के लिए प्रेरित करें।
अब देखना होगा कि सरकार के इस प्रयास से पश्चिम बर्दवान में फाइलेरिया के मामलों में कितनी कमी आती है।











