आसनसोल: वृद्धाश्रम में अकेलेपन से जूझ रहे बुजुर्गों के चेहरे पर खुशी लाने के लिए इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल की टीम ने एक अनोखी पहल की। रविवार को सांकतोड़िया स्थित आद्या-शक्ति ओल्ड एज होम में बुजुर्गों संग समय बिताया, उन्हें भोजन कराया और ज़रूरी दवाएं भी प्रदान कीं।
🧓 “माता-पिता को इग्नोर करना पाप है!” – भावुक हुए संजय सिन्हा
इस मौके पर संस्था के चेयरमैन (इंटरनेशनल बोर्ड) और मीडिया पर्सनैलिटी संजय सिन्हा ने कहा,
“जो माता-पिता हमें पाल-पोसकर इस काबिल बनाते हैं कि हम समाज में इज्जत से रह सकें, उन्हें ही बुढ़ापे में नज़रअंदाज करना बेहद दुखद है।”

उन्होंने अपील की कि हर व्यक्ति को अपने माता-पिता और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि वे प्यार और देखभाल के हकदार हैं।
🏡 बुजुर्गों की सेवा में आगे आया संगठन, दवाओं का बड़ा पैकेज भेंट
इस दौरान संगठन की टीम ने ओल्ड एज होम के संचालक समीर आचार्य को सम्मानित करते हुए बुजुर्गों के लिए ज़रूरी दवाओं का बड़ा पैकेज सौंपा।

कार्यक्रम में संस्था के कई पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें जिला एक्सक्यूटिव अध्यक्ष दीपांजना दे कुंडू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद अमजद अंसारी, प्रदेश माइनॉरिटी विंग के उपाध्यक्ष मोहम्मद समीर, जिला अध्यक्ष अभिषेक दास, उपाध्यक्ष कौशिक रॉय चौधरी, मंसूर खान, सुशील नोनिया, प्रियव्रत सरकार, राजशेखर साधु, आशा नाथ, अनिमा सेन, आलो नाथ, गोपा दास, बुल्टी नाथ, चंदन कुंडू, अजितेश साहा आदि शामिल थे।

🔹 “ह्यूमन राइट्स के लिए जागरूकता ज़रूरी” – बैठक में हुई चर्चा
इस मौके पर संस्था की एक बैठक भी आयोजित हुई, जिसमें संगठन को मज़बूत करने और ह्यूमन राइट्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर चर्चा की गई।
चेयरमैन संजय सिन्हा ने सभी पदाधिकारियों से समाज सेवा में सक्रिय रहने की अपील की और कहा कि बुजुर्गों का सम्मान हमारी प्राथमिक ज़िम्मेदारी होनी चाहिए।











