आसनसोल: रेलवे में ठेका प्रथा के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। आसनसोल रेल मंडल कार्यालय के अधीन कैजुअल ठेकेदार वर्कर और ड्राइवरों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांगें पीएफ, ग्रेच्युटी और मेडिकल सुविधाएं हैं, साथ ही रेलवे द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन लागू करने की भी मांग की गई।

🔥 ‘मजदूरों का शोषण नहीं सहेंगे!’ तृणमूल श्रमिक नेता की चेतावनी
तृणमूल श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मजदूरों को उनका हक नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने रेलवे पर आम मजदूरों के शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में सफाई कर्मियों ने भी वेतन बढ़ाने की मांग की थी, और अब ठेका ड्राइवर भी अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

🚛 ‘ठेका मजदूरी बंद हो, ड्राइवरों को स्थायी किया जाए!’
अस्थायी ड्राइवरों ने ठेकेदारों की जवाबदेही तय करने की मांग उठाई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर किसी भी ड्राइवर को बिना कारण ठेकेदारी से निकाला गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
⚠️ ‘रेलवे प्रबंधन को जल्द फैसला लेना होगा, वरना होगा चक्का जाम!’

- आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और तेज होगा।
- जरूरत पड़ी तो चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
🚨 रेलवे प्रबंधन ने अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है, जिससे मजदूरों में रोष बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र हो सकता है।











