आसनसोल के कुल्टी थाना अंतर्गत चलबलपुर इलाके में वन विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारकर दो लोगों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में उनके पास से सांभर हिरण के सींग और पेंगोलिन के अंश बरामद किए गए। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के पास से सांभर हिरण के 11 सींग और पेंगोलिन के 7 अंश जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान झारखंड के निवासी गणेश प्रसाद और निरशा के निवासी सुकुमार बाउरी के रूप में हुई है। इन दोनों को वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत हिरासत में लिया गया है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन दुर्लभ वन्यजीवों के अंगों की तस्करी अंतरराष्ट्रीय बाजार में की जाती है, जहां इनकी काफी मांग होती है। सांभर हिरण के सींगों का इस्तेमाल सजावटी वस्तुओं और औषधीय उत्पादों में किया जाता है, जबकि पेंगोलिन के अंशों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में और विदेशों में गैरकानूनी व्यापार के लिए किया जाता है।

गुप्त सूचना के अनुसार, आरोपी इन अंगों की तस्करी के लिए एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। वन विभाग अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों का पता लगाने का प्रयास कर रहा है।
गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों को आज आसनसोल की अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अपराध न केवल वन्यजीवों के लिए खतरनाक हैं, बल्कि पर्यावरण संतुलन को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
वन विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी मिले तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें, ताकि वन्यजीव तस्करी पर सख्ती से रोक लगाई जा सके।