आसनसोल – रवींद्र भवन में आयोजित गंधर्व कला संगम के वार्षिक कार्यक्रम ने संगीत और नाटक के माध्यम से समाज के ज्वलंत मुद्दों को मंच पर जीवंत किया। इस भव्य कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्था की ओर से मीता राय ने बताया कि इस वर्ष की खास प्रस्तुति “दुर्गा” थी, जिसमें महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को दर्शाते हुए एक प्रभावशाली नाट्य मंचन किया गया। संगीत और नृत्य के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि नारी केवल सहनशीलता की प्रतिमूर्ति नहीं, बल्कि शक्ति और सशक्तिकरण का प्रतीक भी है। इस प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों की आंखें खोल दीं और उन्हें महिलाओं के प्रति सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।
संगीत, नाटक और सामाजिक संदेश का अद्भुत संगम
कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक न्याय और नैतिक मूल्यों पर भी जोर दिया गया। नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन, समाज में बढ़ती अनैतिकता और सामाजिक कुरीतियों पर करारा प्रहार किया गया।
इस मौके पर कई प्रतिष्ठित कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शकों ने भाग लिया और गंधर्व कला संगम की रचनात्मकता व सामाजिक जागरूकता फैलाने के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।