आसनसोल: कला और संस्कृति के संवर्धन के लिए समर्पित गंधर्भ कला संगम 9 जनवरी को आसनसोल के रवींद्र भवन में अपने वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन न केवल कला प्रेमियों के लिए एक अनूठा मंच होगा, बल्कि इसमें महिला सशक्तिकरण, लोकसंस्कृति संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता पर भी जोर दिया जाएगा।
‘दुर्गा बंधना’ – नारी शक्ति की अनोखी प्रस्तुति!
इस वर्ष का मुख्य आकर्षण ‘दुर्गा बंधना’ होगा, जो महिला सशक्तिकरण और आत्मरक्षा पर केंद्रित नृत्य-नाटिका है। संस्था की प्रमुख सदस्य मीता राय ने बताया कि इस प्रस्तुति में दिखाया जाएगा कि महिलाएं किस तरह सामाजिक अन्याय और अत्याचारों के खिलाफ खड़ी हो सकती हैं।
लोकसंस्कृति के रंग – बंगाल और राजस्थान के लोकगीतों की झलक!
गंधर्भ कला संगम इस वर्ष राड़ बंगला के पारंपरिक लोकगीतों और राजस्थानी नागा संगीत को भी प्रस्तुत करेगा। संस्था के अनुसार, यह एक प्रयास है कि पुरानी लोक कलाओं को पुनर्जीवित किया जाए और युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ा जाए।
पर्यावरण जागरूकता के लिए खास नाटक!
संस्था इस वर्ष पर्यावरण संरक्षण पर विशेष नाटक भी प्रस्तुत करेगी, जिसमें प्रदूषण के खतरों और प्रकृति बचाने के उपायों पर प्रकाश डाला जाएगा। यह नाटक दर्शकों को प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने के लिए प्रेरित करेगा।
वंचित बच्चों को भी मिलेगा मंच
संस्था के सदस्य सचिन राय ने बताया कि कार्यक्रम शाम 5 बजे से शुरू होगा और इसमें उन बच्चों को भी मंच मिलेगा जो पढ़ाई के अलावा सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग नहीं ले पाते। गंधर्भ कला संगम का उद्देश्य हर प्रतिभाशाली बच्चे को अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर देना है।
आयोजन को लेकर उत्साह, शहर में बढ़ी चर्चा!
इस भव्य आयोजन को लेकर पूरे आसनसोल में चर्चा तेज हो गई है। कला प्रेमियों और सांस्कृतिक संगठनों ने गंधर्भ कला संगम के इस प्रयास की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि यह आयोजन न केवल मनोरंजन करेगा, बल्कि सामाजिक जागरूकता भी फैलाएगा।