आसनसोल के रामसायर मैदान में स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक और खेलकूद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में सैकड़ों बच्चों ने जोश और उत्साह के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मेयर विधान उपाध्याय, विधायक तापस बैनर्जी, डिप्टी मेयर वसीमुल हक, और चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी मौजूद रहे। उन्होंने आयोजन को लेकर विवेकानंद समिति की सराहना की और बच्चों को खेलकूद के महत्व के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम में राज्य के मंत्री मलय घटक और तृणमूल जिला अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती के शामिल होने की भी संभावना व्यक्त की गई।
अतिथियों के प्रेरक संदेश
- मेयर विधान उपाध्याय ने कहा, “इस तरह के आयोजनों से बच्चों की प्रतिभा को निखरने का मौका मिलता है और वे समाज के बेहतर निर्माण में योगदान दे सकते हैं।”
- विधायक तापस बैनर्जी ने खेलकूद को रोगों से बचाव और समाज के स्वास्थ्य सुधार के लिए अहम बताया।
- डिप्टी मेयर वसीमुल हक ने कहा, “खेलकूद बच्चों को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि उन्हें मोबाइल और अन्य बुरी आदतों से भी दूर करता है।”
- चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी ने विवेकानंद समिति के कार्यकर्ताओं बुम्बा, उदय, प्रदीप और अन्य सदस्यों की कड़ी मेहनत की सराहना की।
200 साल पुरानी संस्था का योगदान
विवेकानंद समिति के अध्यक्ष अशोक राय ने बताया कि यह क्लब लगभग 200 साल पुराना है और पिछले 45 वर्षों से लगातार ऐसे सांस्कृतिक और खेलकूद कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को मानसिक, शारीरिक, और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाते हैं।
स्थानीय समुदाय में जोश और प्रेरणा का संचार
यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि स्थानीय समुदाय के बीच भी उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बहुमुखी विकास के लिए प्रेरित करना और उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ाना था।
हाइलाइट्स:
- स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती के अवसर पर खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- 200 साल पुराने क्लब द्वारा 45 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है यह आयोजन।
- बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर जोर।
- मेयर, विधायक और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति।
- बच्चों को मोबाइल की लत से दूर करने और खेलकूद के प्रति जागरूकता फैलाने की पहल।