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“अंबेडकर का समानता का संदेश आज भी प्रासंगिक”: अरुण हलदर का बयान

‘परिवर्तन ही समय बदलता है’: बाराकर बस स्टैंड पर सैकड़ों लोगों की भागीदारी

बाराकर, 6 दिसंबर 2024: आज डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 68वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अखंड भारत SC/ST/OBC अल्पसंख्यक फोरम द्वारा बाराकर बस स्टैंड पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अरुण हलदर (पूर्व चेयरमैन, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग) उपस्थित रहे। इसके अलावा नरेंद्र चक्रवर्ती (विधायक, पांडेश्वर), अभिजीत घटक (डिप्टी मेयर, AMC) और अजय पोद्दार (विधायक) सहित कई प्रतिष्ठित नेता और समाजसेवी भी शामिल हुए।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:

  1. 1000 कम्बलों का वितरण: क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को शीतकालीन वस्त्र वितरित किए गए।
  2. छात्रवृत्ति योजना की घोषणा: SC/ST छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत।
  3. कल्याण योजनाओं पर जागरूकता बढ़ाने के लिए पुस्तकों का वितरण: सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए पर्चे और किताबें वितरित की गईं।
  4. 1500 से अधिक लोगों की उपस्थिति: इस कार्यक्रम ने स्थानीय समुदाय को एकजुट किया।
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अतिथियों के विचार और संदेश

अरुण हलदर ने कहा, “अंबेडकर की शिक्षा और समानता का संदेश आज भी हमारा मार्गदर्शन करता है। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम वंचित वर्गों के सशक्तिकरण की ओर बढ़ रहे हैं।”

पिंकी पॉल मंडल (अखंड भारत फोरम के चेयरमैन) ने कहा, “अंबेडकर द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए हम अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण का कार्य जारी रख रहे हैं।”

राहुल बाउरी (समाजसेवी) ने कहा, “डॉ. अंबेडकर ने हमें दिखाया कि संघर्ष के माध्यम से समाज को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है। उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम बहुत आवश्यक हैं।”

डॉ. बी.आर. अंबेडकर का जीवन और विचारधारा

डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर (1891-1956) भारत के संविधान निर्माता और सामाजिक सुधारक थे। उन्होंने अनुसूचित जाति और वंचित समुदायों के अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। ‘एक व्यक्ति, एक वोट, एक मूल्य’ के संदेश के साथ उन्होंने सामाजिक समानता की नींव रखी।

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