पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब में दुर्गापूजा पंडाल का उद्घाटन किया। लेकिन, राज्य की राजधानी में चल रहे विरोध प्रदर्शन दुर्गापूजा के आरंभ के बावजूद थमे नहीं हैं। 9 अगस्त को एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के बाद से शहर में अभूतपूर्व विरोध जारी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जैसे ही अपने कैबिनेट सदस्य सुजीत बोस द्वारा आयोजित दुर्गापूजा का उद्घाटन किया, कुछ घंटों के भीतर ही हजारों लोग कॉलेज स्क्वायर से एस्प्लानेड तक जूनियर डॉक्टरों द्वारा आयोजित विरोध मार्च में शामिल हो गए। इससे पहले दिन की शुरुआत राज्य के रेसिडेंट डॉक्टरों द्वारा ‘पूर्ण हड़ताल’ की घोषणा से हुई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है। राज्य के 23 मेडिकल कॉलेजों के रेसिडेंट डॉक्टरों ने सरकार के सामने 10-सूत्रीय मांगें रखीं।
इन विरोध प्रदर्शनों और मांगों ने दुर्गापूजा के उत्सव के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ी चुनौती में डाल दिया है। डॉक्टरों की मुख्य मांग है कि राज्य सरकार अस्पतालों की सुरक्षा में सुधार करे और कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करे।
विरोध कर रहे डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस विरोध प्रदर्शन को राज्य के अन्य वर्गों से भी समर्थन मिल रहा है, जिससे सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।