बिना अनुमति के लिया गया फैसला बना छात्रों के भविष्य का सवाल, प्रबंधक ने दी सफाई – जल्द शुरू होगा एडमिशन
कुलटी (आसनसोल), सोमवार:
बराकर श्री मारवाड़ी विद्यालय में 11वीं और 12वीं कक्षा के दाखिले पर लगे प्रतिबंध को लेकर क्षेत्र में भारी बवाल मच गया है। यह मामला अब सिर्फ कुलटी तक सीमित नहीं है बल्कि इसकी गूंज कोलकाता तक पहुंच चुकी है।
विद्यालय प्रबंधक पप्पू सिंह द्वारा बिना शिक्षा विभाग की अनुमति के नोटिस जारी कर छात्रों को एडमिशन न लेने की सूचना दी गई, जिससे सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया।
🏫 शिक्षक की कमी या मनमानी?
टीचर इंचार्ज दीपिका राय ने कहा कि विद्यालय में हिंदी, इंग्लिश, हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, केमिस्ट्री और बिजनेस स्टडीज़ के शिक्षकों की भारी कमी है। यही कारण बताया गया कि 11वीं और 12वीं की पढ़ाई संभव नहीं है। लेकिन सवाल उठता है कि शिक्षा विभाग को सूचित किए बिना इतनी बड़ी घोषणा कैसे कर दी गई?
📢 “ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लो” – प्रबंधन का विचित्र सुझाव
प्रबंधन ने विद्यार्थियों को ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिले की सलाह दी, ताकि वे बिना क्लास के घर से पढ़ाई कर सकें। यह सुझाव भी शिक्षा विभाग के कानों तक पहुंचा और विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है। अब पूरे प्रकरण की गहन जांच की जा रही है।
🤝 बैठक के बाद पलटा फैसला, अब मिलेगा फॉर्म
पप्पू सिंह ने मानी गलती और घोषणा की कि
“9 से 11 जून तक 11वीं और 12वीं के एडमिशन फॉर्म दिए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होने देना चाहते और जल्द से जल्द शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं।
🗣️ विधायक ने सरकार पर साधा निशाना
कुलटी के भाजपा विधायक ने कहा कि यह स्थिति सरकार की शिक्षा नीति की विफलता को दर्शाती है। उन्होंने विधानसभा में कुलटी में कॉलेज खोलने की पुरानी मांग को दोहराया और राज्य सरकार से मारवाड़ी विद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया बहाल करने का आदेश जारी करने की मांग की।